मान सम्मान नहीं मिल पा रहा है? जानें मान सम्मान प्राप्ति के सरल उपाय
समाज या परिवार में मान-सम्मान की कमी का अनुभव करने वाले कई लोग होते हैं, जो बिना किसी गलती के भी बदनाम हो जाते हैं। कभी-कभी यह स्थिति दूसरों की गलतियों के कारण उत्पन्न होती है, जिससे उन पर अनावश्यक कलंक लग जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस प्रकार की समस्याओं का मुख्य कारण आपकी जन्म कुंडली में उपस्थित ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति, योग, युतियां और उनके प्रभाव होते हैं।
यदि समय रहते इन समस्याओं का समाधान किया जाए, तो आप और आपका परिवार बदनामी या कलंक से बच सकते हैं। इसके लिए कुछ सरल उपायों का पालन करना आवश्यक है, जो आपके जीवन में मान-सम्मान की वृद्धि में सहायक हो सकते हैं। इस प्रकार, उचित ज्योतिषीय उपायों के माध्यम से आप अपने और अपने परिवार के लिए एक सकारात्मक वातावरण बना सकते हैं।
आइए हम उन सभी ग्रहों, दशाओं और युतियों के बारे में विस्तार से जानें और उनके सुधार के उपायों पर चर्चा करें। हमारे जीवन की दिशा और स्थिति ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करती है। सुख-दुख, भोग-विलास और मान-सम्मान, ये सभी हमारे कर्मों के साथ-साथ ग्रहों के प्रभाव का परिणाम होते हैं। हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि उसे समाज में उचित मान-सम्मान प्राप्त हो और कोई भी उसे अनावश्यक रूप से बदनाम या अपमानित न करे।
हालांकि, जीवन में कई बार ऐसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं, जिनके कारण व्यक्ति को बार-बार बदनामी का सामना करना पड़ता है। यदि आपके मान-सम्मान को ठेस पहुँच रही है और आप बार-बार अपमानित हो रहे हैं, तो कुछ सरल उपायों के माध्यम से आप इस स्थिति को सुधार सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और समाज में अपनी प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित कर सकते हैं।
अपयश और ग्रहों के कमजोर होने के कारण
यदि आपके निवास में कहीं भी पानी का संचय हो रहा है या नल और टैंक से पानी लीक हो रहा है, तो इसे तुरंत ठीक करना आवश्यक है। घर के किसी भी स्थान पर पानी का जमा होना जीवन में अपयश का संकेत है। इसके अतिरिक्त, यदि घर के मुख्यद्वार पर काले रंग की कोई वस्तु लटक रही है या काले रंग का पेंट किया गया है, तो इससे घर के मुखिया को झूठे आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में मुखिया को धोखे का सामना करना पड़ता है और बदनामी भी सहनी पड़ती है।
मुख्यद्वार के साथ-साथ यदि घर के दाहिनी ओर की खिड़की का प्लास्टर उखड़ गया है और उसकी स्थिति खराब है, तो यह भी मुखिया की सामाजिक प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है। ऐसी स्थिति में, यदि सफाई का ध्यान नहीं रखा गया, तो समाज में इज्जत की कमी हो सकती है और बेवजह तिरस्कार का सामना करना पड़ सकता है। इस प्रकार, घर की देखभाल और स्वच्छता का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति को मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है। प्राचीन काल में भी भगवान ने सूर्य देव की पूजा की थी, जैसे कि भगवान राम ने सूर्य की आराधना की थी। इसी प्रकार, महाभारत में भी सूर्य देव की पूजा का उल्लेख मिलता है, जो इस बात का प्रमाण है कि सूर्य की आराधना से सम्मान प्राप्त होता है।
मान-सम्मान प्राप्ति के लिए यह उपाय आपके लिए अत्यंत लाभकारी हो सकते है
मान-सम्मान की प्राप्ति के लिए निम्नलिखित उपाय आपके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं। रविवार के दिन व्रत रखने का विशेष महत्व है। इस दिन आपको तेल और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए और केवल एक बार भोजन करना चाहिए।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना और बेसन के लड्डुओं का भोग लगाकर प्रसाद बांटना भी अत्यंत फलदायी होता है।
तांबा, गुड़, गेहूं और मसूर की दाल का दान करना भी शुभ माना जाता है।
रविवार की सुबह उठकर सूर्य देव को अर्घ्य देना और गायत्री मंत्र का जाप करना आवश्यक है। इसके साथ ही, आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना भी लाभकारी होता है।
मां लक्ष्मी की पूजा करते समय सुगंधित इत्र अर्पित करना, आरती करना और खीर का भोग लगाकर 7 कन्याओं को प्रसाद बांटना अत्यंत फलदायी होता है।
घर से निकलने से पहले गाय की पूजा करना और उसे रोटी खिलाना भी महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, चींटियों को खोपरे और शक्कर का बूरा मिलाकर खिलाना चाहिए, जिससे पुण्य की प्राप्ति होती है।
गरीबों की मदद करना भी इस प्रक्रिया का एक हिस्सा है, इसलिए कम से कम तीन गरीबों को भोजन दान करना चाहिए।