प्रथम भाव में वृश्चिक राशि: Scorpio in the First House in Hindi
प्रथम भाव में वृश्चिक राशि का होना "वृश्चिक लग्न" की कुंडली का निर्माण करता है। वृश्चिक लग्न में जन्मे व्यक्ति सामान्यतः मंझोले कद के, मजबूत शरीर वाले और हल्के रंग के होते हैं। इनकी केशराशि घनी नहीं होती, बल्कि यह अक्सर बिखरी हुई होती है। इनकी आंखों में एक विशेष चमक होती है, जो इन्हें अन्य लोगों से अलग पहचान देती है।
इनका स्वभाव कुछ हद तक गरम होता है, लेकिन इन्हें क्रूर या निर्दय नहीं कहा जा सकता। हालांकि, कुछ ग्रहों के प्रभाव के कारण ये कभी-कभी ऐसे व्यवहार कर सकते हैं। इनके शरीर के निचले हिस्से का आकार ऊपर के हिस्से की तुलना में छोटा होता है, और इनके दांत थोड़े बड़े होते हैं, जिससे जबड़ा चौड़ा नजर आता है।
वृश्चिक लग्न के जातकों की शारीरिक विशेषताएँ और स्वभाव उनके व्यक्तित्व को एक अनूठा रूप प्रदान करते हैं। इनकी विशेषताएँ न केवल उनके बाहरी रूप को दर्शाती हैं, बल्कि इनके आंतरिक गुणों को भी उजागर करती हैं। इस प्रकार, वृश्चिक लग्न के जातक एक विशेष प्रकार की पहचान रखते हैं, जो उन्हें समाज में अलग बनाती है।
प्रतिशोध की भावना इन जातकों में गहराई से समाई होती है और वे इतने स्वार्थी होते हैं कि जब तक उन्हें किसी से लाभ होता है, तब तक वे शत्रु को भी मित्र मानते हैं। लेकिन जैसे ही उनका स्वार्थ पूरा हो जाता है, वे उस मित्रता को तिलांजलि देकर अपने लाभ के लिए शत्रु को भी कुचलने में संकोच नहीं करते। राजनीतिक क्षेत्र में ऐसे जातक अक्सर सफल होते हैं। केवल कुछ अपवादों में ही ये जातक परोपकारी होते हैं, अन्यथा इनके विचारों में संकीर्णता स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। वृश्चिक राशि के जातकों में चंद्रमा की नीचता के कारण कोमलता का कोई स्थान नहीं होता।
स्वभाव से उग्र होने के कारण, ये जातक विपरीत परिस्थितियों को सहन नहीं कर पाते और तुरंत भड़क उठते हैं। इनकी सामाजिक पहचान का दायरा काफी विस्तृत होता है। हालांकि, यदि अन्य ग्रहों की स्थिति अनुकूल न हो, तो इनकी संकीर्ण मानसिकता महत्वपूर्ण पदों पर पहुँचने में बाधा डाल सकती है।
धर्म के प्रति इनका लगाव बहुत कम होता है, जिससे इनके आचार-व्यवहार में भी इसका प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। इस प्रकार, वृश्चिक जातक अपने स्वार्थ और प्रतिशोध की भावना के कारण सामाजिक और राजनीतिक जीवन में कई बार विवादों में फंस जाते हैं।