प्रथम भाव में मकर राशि: Capricorn in the First House in Hindi
प्रथम भाव में मकर राशि का होना "मकर लग्न" की कुंडली का निर्माण करता है। मकर लग्न के अंतर्गत जन्मे व्यक्ति सामान्यतः पतले, मध्यम कद के और अक्सर श्यामवर्ण होते हैं। इनके शरीर की संरचना में संतुलन की कमी देखी जा सकती है। कभी-कभी इनके शरीर के किसी अंग का आकार अनुपात से कम या अधिक होता है, जिससे इनका व्यक्तित्व और भी विशिष्ट बनता है।
मकर राशि शनि की स्वराशि है, और चूंकि शनि वात प्रकृति का ग्रह है, इसलिए मकर राशि के जातकों में वायुतत्त्व की प्रधानता होती है। इनका व्यक्तित्व अक्सर रहस्यमय होता है और इनके कार्यों में अनिश्चितता बनी रहती है। स्वभाव से ये लोग उग्र होते हैं, लेकिन अपनी उग्रता को प्रकट करने का समय चुनते हैं, जिससे उनकी प्रतिक्रियाएँ कभी-कभी अप्रत्याशित होती हैं।
मकर राशि के जातकों का दांपत्य जीवन भी सुखद नहीं होता। भले ही पति और पत्नी एक ही छत के नीचे रहते हों, उनके विचारों में सामंजस्य की कमी बनी रहती है। इस कारण मनोमालिन्य की स्थिति बनी रहती है, जो उनके संबंधों को प्रभावित करती है। इस प्रकार, मकर राशि के जातकों का जीवन कई चुनौतियों से भरा होता है।
यदि ऐसे व्यक्ति व्यापार में संलग्न होते हैं, तो उन्हें असफलता का सामना करना पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप उनमें हीन भावना उत्पन्न हो जाती है। इसके बावजूद, यदि कोई उन्हें उनकी कमियों के बारे में बताता है, तो वे अत्यधिक क्रोधित हो जाते हैं और अपने आप को नियंत्रित नहीं कर पाते।
ऐसे व्यक्तियों की वाचालता भी उल्लेखनीय होती है, और वे अपनी वाक्शक्ति पर नियंत्रण नहीं रख पाते। उनका स्वभाव अड़ियल होता है, और जब वे किसी कार्य को करने का निश्चय कर लेते हैं, तो उसे पूरा करने के लिए किसी भी हानि को सहन करने के लिए तैयार रहते हैं।
इस प्रकार के जातक अपने विचारों और कार्यों में अत्यधिक दृढ़ होते हैं, जिससे वे अक्सर अपने आसपास के लोगों के साथ संघर्ष में पड़ जाते हैं। उनकी यह विशेषता उन्हें व्यापार में और भी अधिक कठिनाइयों का सामना करने के लिए मजबूर कर सकती है।