प्रथम भाव में कुम्भ राशि: Aquarius in the First House in Hindi
जब कुंडली के प्रथम भाव में कुम्भ राशि स्थित होती है, तो इसे "कुम्भ लग्न" कहा जाता है। कुम्भ लग्न के अंतर्गत जन्मे व्यक्ति आमतौर पर लंबे और पतले होते हैं। उनके चेहरे की आकृति आकर्षक होती है, और उनके होंठ तथा गाल भी सुंदर होते हैं।
कुम्भ लग्न के जातकों की सोच में दार्शनिकता का गहरा प्रभाव होता है। वे जीवन के गूढ़ प्रश्नों पर विचार करने में रुचि रखते हैं और अक्सर अपने विचारों को साझा करने का प्रयास करते हैं।
ऐसे जातक दूसरों की सहायता करने में खुशी महसूस करते हैं, जिससे उन्हें आंतरिक संतोष प्राप्त होता है। उनकी उदारता और मानवता के प्रति समर्पण उन्हें समाज में एक विशेष स्थान दिलाता है।
इनकी स्मरणशक्ति अत्यंत प्रबल होती है और मानसिक क्षमता में भी ये विशेष रूप से सक्षम होते हैं। ऐसे जातक बिना किसी संकोच के अपनी बात स्पष्ट रूप से कह देते हैं, और इस दौरान वे समय, स्थान और परिस्थिति का ध्यान नहीं रखते। जीवन में इन्हें अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, और संघर्ष के माध्यम से ही वे अपने जीवन का निर्माण करते हैं। कठिन परिस्थितियों में भी ये जातक भयभीत नहीं होते हैं। उनका दांपत्य जीवन सामान्य रूप से व्यतीत होता है।
ऐसे जातक कल्पनाशील, भावुक और महत्त्वाकांक्षी होते हैं, लेकिन उनकी महत्त्वाकांक्षाएं अक्सर पूरी नहीं हो पाती हैं। वे प्रायः एकांत में रहना पसंद करते हैं या पहाड़ी क्षेत्रों और वन्य स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं। आवश्यकता पड़ने पर ही ये कार्य करते हैं, और इनकी उन्नति या अवनति अक्सर आकस्मिक होती है।
इनकी मानसिक शक्ति और दृढ़ता उन्हें विपरीत परिस्थितियों में भी स्थिर बनाए रखती है। वे अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने में संकोच नहीं करते, जिससे उनकी पहचान स्पष्ट होती है। इस प्रकार, ये जातक जीवन की चुनौतियों का सामना करते हुए अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ते रहते हैं।